#OpenPoetry ना पूछता माँ से हाल उसका ना अपना हाल सुनाता है, जवान बेटा कोई जब तिरंगे में लिपट के घर आता है,, ये सोच कर दिल घबराता है,, आँखो में आँसू सबके और जुबां पर नाम दे जाता है, बड़ी ही खामोशी से अपने शौर्य के किस्से सुनाता है ये सोच कर दिल घबराता है दिल बैठ सा जाता है यादों में उसकी सर फक्र से फिर सबका उठ जाता है,, ना पूछता माँ से हाल उसका ना अपना हाल सुनाता है, जवान बेटा कोई जब तिरंगे में लिपट के घर आता है,, श्रद्धांजलि 🙏🙏🙏देश के अमर शहीदों को #OpenPoetry