डर लगता हैं टूट कर बिखरने से, प्यार में डूबने से। डर लगता हैं अपनों के दूर होने से,जुदाई का गम झेलने से। डर लगता हैं झुमके से,टिक-टिक करती घड़ी से। डर लगता हैं बर्गर में मिले टमाटर से,उसके पिलपिले पन से। इत्तु सा पैग़ाम डर के नाम। #nojoto #डर डर लगता हैं टूट कर बिखरने से, प्यार में डूबने से। डर लगता हैं अपनों के दूर होने से,जुदाई का गम झेलने से। डर लगता हैं झुमके से,टिक-टिक करती घड़ी से। डर लगता हैं बर्गर में मिले टमाटर से,उसके पिलपिले पन से।