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घड़ी के तीन काटें... वक़्त कभी किसी का भी, बुरा न

घड़ी के तीन काटें...

वक़्त कभी किसी का भी,
बुरा नहीं होता...

फर्क सिर्फ इतना होता है,

की हमने घड़ी के तीन काटों का,
तालमेल कभी समझा ही नहीं होता...!

                             संदीप कोठार
                              ०१-०९-२०२०

©Sandeep Manohar Kothar घड़ी के तीन काटें...

वक़्त कभी किसी का भी,
बुरा नहीं होता...

फर्क सिर्फ इतना होता है,

की हमने घड़ी के तीन काटों का,
घड़ी के तीन काटें...

वक़्त कभी किसी का भी,
बुरा नहीं होता...

फर्क सिर्फ इतना होता है,

की हमने घड़ी के तीन काटों का,
तालमेल कभी समझा ही नहीं होता...!

                             संदीप कोठार
                              ०१-०९-२०२०

©Sandeep Manohar Kothar घड़ी के तीन काटें...

वक़्त कभी किसी का भी,
बुरा नहीं होता...

फर्क सिर्फ इतना होता है,

की हमने घड़ी के तीन काटों का,