शहर से तो चले जाओगे, पर इस दिल से नहीं। इस शरीर में लहू बन कर दौड़ते हो तुम, इस रूह की गहराई में समाए हुए हो तुम। जिस्म कभी होता नहीं रूह से जुदा, यादों के सहारे कैसे जीयूं ऐ मेरे खुदा। घर से तो चले जाओगे, इस दिल से नहीं।। #yaadein #rooh #khuda #dil #lahoo #aprichit #yourquote