#OpenPoetry नई सदी से मिल रही दर्द भरी सौगात बेटा कहता बाप से तेरी क्या ओकात मंदिर में पूजा करे घर में करे कलेश मां बाप बोझ लगे पथर लगे गणेश बचे कहा है शेष अब दया, धर्म,इंसान पथर के भगवान है पथर दिल इंसान पथर के भगवान को लगते छप्पन भोग मर जाते है फुटपाथ पे भूखे प्यासे लोग। #OpenPoetry