यह नया शहर है इसके रस्मो रिवाज नए हैं भाई भाई का नहीं है दोस्त दोस्त का नहीं है टूट गए हैं दिलों से नाते अब नहीं पंछी गगन में मंडराते पड़ी है सारी सुनी मुंडेरे अब यहां पंछी नहीं आते जाते बहारों ने भी आना छोड़ दिया कोयल ने भी गाना छोड़ दिया बात यहां कुछ ऐसी हुई के पतझड़ के मौसम अब नहीं जाते फूलों पर नहीं आती है अब वह रंगत डाली ने भी पत्तों को अब छोड़ दिया इंसान का इंसान पर विश्वास था पर वह भी अब इंसानों ने करना छोड़ दिया यह नया शहर है इसके रस्मो रिवाज नए हैं इसलिए कहता हूं दोस्तों सोच समझकर बनाना यहां रिश्ता क्योंकि इस शहर के लोगों ने रिश्ते निभाने छोड़ दिए नया शहर....#MyPoetry #bobby_deadrose #nojoto #memories #dil