In Caption मुझे सपनों में अक्सर अनारकली दिखती है..रोती हुई नहीं, हँसती हुई.. कभी कभी उदास भी हो जाती है शहजादे सलीम के लिए सोचकर..वो कहती है ज़ंजीरों में जकड़ा जाना या दीवार में चिनवाया जाना उसके लिए कभी कष्टकारी नहीं रहा क्यूँकि अनारकली प्रेम में वो हिस्सा थी जिसे हमेशा झुकना था| ये उसकी नियति भी थी और ख़ुशी भी पर उसे दर्द होता है सलीम के लिए कि जिस शख़्श की नियति बादशाह होना था वो व्यक्ति भी अपने प्रेम को न बचा सका..प्रेम में झुकना गुनाह नहीं प्रेम में बादशाह होना गुनाह है क्यूँकि वही होता है प्रेम की मृत्यु की वजह और ये बोलकर वो फूट फूट कर रोने लगती है हरबार और ठीक उसी पल मुझे अपने सिर पर महसूस होने लगता है एक भारी सा ताज जैसे फिल्मों में कोई बादशाह पहनता है और मैं घबरा कर नींद से जागती हूँ और पसीने से भीग जाती हूँ..मुझे लगता है मैं अपने प्रेम को खो दूँगी..मुझे नोच फेंकना है अपने सिर से हर ताज ..मेरी इस कोशिश को देखकर मेरा अहम् कमरे के कोने से मुस्कुरा रहा है..अनारकली अब भी फूट फूट के रो रही है... #yqhindi #yqdidi #yqdidihindi #hindiquotes #प्रेम #मृत्यु #yqbaba #pc_pinterest