आज दिल के एहसास को कलम से बयान करना है, कितनी चोटें इसने खाई है, क्यों भीड़ में भी एक तन्हाई है, क्या चाहता है ये भला, कैसे मिलेगा सुकून इसे, किस शांति की इसे तलाश है, आखिरकार क्या करे ऐसा, जिससे यह दिल भी मुस्कुरा सके, अपने हिस्से की खुशियां ये भी पा सके ©Shweta P Dil ke ehsaas