#OpenPoetry अन्नदानं परं दानं विद्यादानं ततः परम् | अन्नेन क्षणिकाः यावज्जीवं च विद्यया || अर्थ- अन्न का दान श्रेष्ठ दान है किंतु विद्या का दान उससे भी बढ़कर है | अन्न के द्वारा थोड़े समय के लिये जीवन मिलता है जबकि विद्या (शिक्षा) जीवन भर साथ देती है | जयतु संस्कृतम् जयतु भारतम् 🚩 अन्नदानं परं दानं विद्यादानं ततः परम् | अन्नेन क्षणिकाः यावज्जीवं च विद्यया || अर्थ- अन्न का दान श्रेष्ठ दान है किंतु विद्या का दान उससे भी बढ़कर है | अन्न के द्वारा थोड़े समय के लिये जीवन मिलता है जबकि विद्या (शिक्षा) जीवन भर साथ देती है | जयतु संस्कृतम् जयतु भारतम् 🚩