मेरे जीवन की तू साथी है, तू मेरी रहगुजर है। है संग तेरे चलना हर दम, तू मेरी हमसफर है। तेरे संग हर सफर, जैसे प्यार का काफिला हो। है मुझको क़बूल सब कुछ, जो तेरा फ़ैसला हो। मैं तुझमें खोया रहूँ हर पल, प्यार इस क़दर है। है संग तेरे चलना हर दम, तू मेरी हमसफर है। मेरे अल्फ़ाज़ों में है तू बसती, मैं तुझसे क्या कहूँ अब। चाहत है तेरे दिल में बसने की, तेरी आँखों में रहूँ अब। जो प्यार से है मुझको देखती, वो तेरी ही नज़र है। है संग तेरे चलना हर दम, तू मेरी हमसफर है। ♥️ Challenge-530 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।