फौजी ने भी लिखा मैं हर रात यह ख्वाब देखता हूं। मेरी जिंदगी का सबूत शहीदी के बाद वो ताबूत बने । जिस पर नाम के साथ शहीद का फरमान छिपा। ए वतन शहीद हो जाऊं तेरी बाहों में, मेरी बाहों में यह अरमान छिपा। मौत भी मुवकिल बने मेरी शहीदीके मेले में । वतन पर फिदा हो जाऊं वह विधा मिली है अब घाटी पर मेरा घाट बनेगा आज प्रभाती दिखी है मेरी जीवन गाथा में शहीदी की कथा लिखी है खबर पहुंच गए उस आंगन में , क्योंकि मेरी किलकारी गूंजी है कि अब अरमानों की कोख सूनी जहां सो गया मै वो भारत मां की पुण्य भूमि है। ©PoetDileep #IndianArmy #bsf #boarder #IndependenceDay #in #army #Armylover #armylife #शहीद_दिवस #NatureLove