कुछ हँसता रहा , कुछ गाता रहा किया जो वादा तुझसे , उसे निभाता रहा । तुम दूर जाती रही मैं तुमको देखता रहा मायूस पड़े चेहरे पर नाराज़गी सेखता रहा । पर कसूर मेरा कुछ नही है ये तो तेरी बेबशी है कुछ दिल्लगी है और कुछ आशिकी है । #Kassor #Mera ❣️