रात के करीब एक बजे थे| उनका कॉल आया और एक अजनबी बनकर उन्होने, हमे अपना हाल सुनाया , अंजान थे उनसे हम भी, कि क्यू हमे यू परेशान कराया, पर थे बेचैन वो यू, कि हाल-ऐ-दिल अपना हमे बयां कराया, उनके उस call मे जैसे जन्नत सा समा आया , हमारा तो उनके प्यार पर जैसे आँसू ही छलक आया, न जाने कबसे वो हमारी मौहब्बत हमसे छुपाये थे, और उस रात तो जैसे, हमारे जख्म ही भर आये थे, वो गुमसुम से रहने बाले उस रात, जी भरके हमसे बतलाये थे, पर उस रात के बाद भी उनके ,कुछ और भी call आये थे, और हर call मे वो हमसे, अपनी पहचान छुपाये थे, एक बार भी वो हमे अपना ,नाम नही बताये थे, पर अपनी कुछ बातों में वो, हमारी कही बातें ही दौहराये थे, और उनकी इसी बात से हम भी, उन्हें पहचान पाये थे। #Vo_Call