किताबों सी तेरी नरम हथेली है पढ़ना उसको मुश्किल एक पहेली है हो जायेगी बात चाँद से उसकी जो रात आज जो फिर से सुनो अकेली है छेड़ गई है सबा शबनामों की आके हर एक सफर जो उसकी ये अठखेली है तबस्सुम आरिज़ पे आ गुल के बैठ गई खबर तितलियों ने जो उसकी ले ली है ©सैनी_जी💔 #अलविदा #nojoto #hindi #poetry #hindipotery #quotes #quote #cksainiquote #