जब से तेरे गम का मारा हो गया हूं मैं ओस में सिमटा श़रारा हो गया हूं मैं टूटने पर लोग जिससे मांगते मन्नत आसमां का एक तारा हो गया हूं मैं डूबता है रोज सागर खु़द जहां जाकर बेबसी का वो किनारा हो गया हूं मैं शेष अनुशीर्षक में पढ़ें..। #dilkideharise ❤दिल की देहरी से❤ 🙏🏻कुछ स्पंदन🙏🏻 जब से तेरे गम का मारा हो गया हूं मैं ओस में सिमटा श़रारा हो गया हूं मैं