आओ दीप जलायें मन में प्रेम का दीप जलाकर अंधकार को भगाएँ। स्नेह पुष्प वर्षण करके सबके मन हर्षाएँ।। पूजन कर लक्ष्मी गणेश अपने भाग्य जगाएँ। घनी अमावस रात्रि में आओ दीप जलाएँ।। ✍️अवधेश कनौजिया© #आओ_दीप_जलाएँ मन में प्रेम का दीप जलाकर अंधकार को भगाएँ। स्नेह पुष्प वर्षण करके सबके मन हर्षाएँ।। पूजन कर लक्ष्मी गणेश अपने भाग्य जगाएँ।