सब जग रीत निभाई उसने राख से राख सजाई उसने कंकड़ आंखें गीले कागज बहुत भीख कमाई उसने #राख #वत्स #vatsa #dsvatsa #illiteratepoet #हिंदीशायरियां #दुनीया #yqhindi