एक विश्वास: तेरे अंदर(अ believe: In your inner soul) कहीं ठहरी सी मुस्कान, आँखों में रहने यूँ लगी, मानो कोई बूँद-ए-दरिया, सेहरा में गिर जाए जैसे। लग जाए उम्मीद में कोई धागा यूँ, के सब टूटे हुए पुल, बंध जाने लगे। जहाँ तक दिल की ये चाहतें फैली हैं, वहाँ तक निगाहों को सब नज़र आने लगे। (Full Poem In caption) एक विश्वास: तेरे अंदर (अ believe: In your inner Soul) कहीं ठहरी सी मुस्कान, आँखों में रहने यूँ लगी, मानो कोई बूँद-ए-दरिया, सेहरा में गिर जाए जैसे। लग जाए उम्मीद में कोई धागा यूँ, के सब टूटे हुए पुल, बंध जाने लगे।