Quotes on Father ओझल हैं मंजिलें फिर भी चलने की इक अजब-सी फितरत बना रखी है आऊंगा लेकर खुशियां इक दिन मां के आंखों में छलती उम्मीदें और पिता के संघर्षों ने जिम्मेदारी बता रखी हैं। -dj ©DHANANJAY PANDEY #जिम्मेदारी