हकीकत क्यां है नहीं जानते पर मेरी आँखाे मे बसा वाे ख्वाब तुम हाे हर लम्हां जाे लबाें पर थिरके वाे राग तुम हाे बस तुम्हें साेचते है ,और कविता बन जाये वाे जज्बात तुम हाे😘😘 लिखा चाहे जिसके लिए भी... 😍😍 #yqbhaijan #nikuquotes #YourQuoteAndMine Collaborating with बेबाक स्याह ©