मैं चाह कर भी कह नहीं सका कुछ भी उससे कि... कितनी मोहब्बत है मझे तुझसे तू समझ नहीं पायी अपनी बातों से क्या कना चाहता था तुझे अपनी दिल की गहराईयो से बस चल छोड़ तू खुश रहे यही दुआ करता हूं उस रब से Naveen navi....✍ मैं चाह कर भी