_#कवी'धनूज. वाह..! वाह..! बोलने की आदत डाल लो अब कागज़ पे मोहब्बत के जनाज़े उठने वाले है -लेखक'कवी- (धनंजय संकपाळ) #धनूज | रंग मनाचे. #मोहब्बत के जनाज़े