इतने रफ़्तार में जो तुम अपनी कश्ती दूर भगाए जा रहे हो, अपने दिल को कैसे साथ ले जाओगे ? जो अब भी उसी पुरानी कश्ती पर सवार है। अपने मष्तिस्क को कैसे समझाओगे ? जो अब भी उसी पुराने रास्तों से गुज़रना चाहता है। इतना भी आसान नहीं है, रुख मोड़ लेना। आजकल रुख के भी रुत बदलते हैं। याद रखना ज़रा। #yqbaba #yqdidi #feelings #emotions #hindipoetry #yqhindi #microtales