कब तक दूर रहोगी मुझसे, आज चलो कुछ बाते कर ले कुछ तुम कह देना बस मन की, कुछ मै कह दूं अपने मन का सुनना सारी बाते मेरी, जैसे कोलाहल सावन का अपने दिल के न्यायालय में, रपट हमारी शामिल कर ले कब तक दूर रहोगी मुझसे, आज चलो कुछ बाते कर ले काजल, चन्दन, चूड़ी, पायल इन से कब तक प्यार करोगी जाने कब मौसम आएगा तुम सोलह श्रृंगार करोगी सारे श्रृंगारों से ऊपर , तू मुझ पर अधिकार कर ले कब तक दूर रहोगी मुझसे, आज चलो कुछ बाते कर ले ©रामवीर सिंह "गंगवार" #ramveergangwar #ramveersingh #ramveersinghgangwar