" मौन " **************** मौन की जो वेदना है मौन से ज्यादा मुखर है, मौन में है विश्व का तम मौन पर किसका असर है. मौन ने हैं प्राण खोये मौन में है मृत्यु का स्वर, मौन में है युद्ध छाया