शीशे की खनक की तरह ख्वाब का टूटना लाज़मी है.. हम कर भी क्या सकते है हम भी मिट्टी के खिलौने है... इक न इक दिन टूट जाना जरूरी है #यही_तो_ज़िंदगी_है ©Shreya Tripathi... varanasi शीशे की खनक की तरह ख्वाब का टूटना लाज़मी है.. हम कर भी क्या सकते है हम भी मिट्टी के खिलौने है... इक न इक दिन टूट जाना जरूरी है #यही_तो_ज़िंदगी_है #Hopeless