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क्या तुमने कभी महसूस किया है उस थकान को? जब तुम्हे

क्या तुमने कभी महसूस किया है
उस थकान को?
जब तुम्हें अपनी सांसें भी भार लगे।

दुनिया की रस्में निभाई न जाएं
ख़ुद का साया भी नाग़वार लगे।

एक एक पल बोझिल हो जाए
दुनिया ग़मों का बाज़ार लगे।

रूका रूका सा मंजर हो सारा
मन बेबस सा कुछ यूं बेज़ार लगे।

कि सांसों को चलना गंवारा न हो
और दिल की धड़कनें लाचार लगे।

©Jupiter and it's moon@प्रतिमा तिवारी मन की थकान
#थकान #मन #ज़िन्दगी 
#Life #Tired
क्या तुमने कभी महसूस किया है
उस थकान को?
जब तुम्हें अपनी सांसें भी भार लगे।

दुनिया की रस्में निभाई न जाएं
ख़ुद का साया भी नाग़वार लगे।

एक एक पल बोझिल हो जाए
दुनिया ग़मों का बाज़ार लगे।

रूका रूका सा मंजर हो सारा
मन बेबस सा कुछ यूं बेज़ार लगे।

कि सांसों को चलना गंवारा न हो
और दिल की धड़कनें लाचार लगे।

©Jupiter and it's moon@प्रतिमा तिवारी मन की थकान
#थकान #मन #ज़िन्दगी 
#Life #Tired