इन गहरी अँधेरी रातो में, सुनसान अनजान गलियों में, एक चाँद ही हमसफर है मेरा दूसरा और कोई नहीं। जहाँ भी चलते है मेरे कदम साथ वो भी चाँद चलता है, अपनी रौशनी से मेरे गलियों को रोशन करता है। मेरे तन्हाइयों को आबाद करता है, मेरे दर्द को कमजोर करता है, जब भी अपनी राह से भटकु ये न भटकने देता है। हर पग साथ ये चलता है, जब भी देखु मैं उसको, एक-टक मुझे ही निहारता है। हलकी सी मुस्कान उसकी, मेरे दिल में रोशनी भर देती है। है चाँद हमसफर मेरा, मेरे गलियों को रोशन करता है। #चाँदमेराहमसफ़र #yqquotes #suchitapandey #सुचितापाण्डेय #yqdidi #yqhindi #चाँद #yqyourquoteandmine इन गहरी अँधेरी रातो में, सुनसान अनजान गलियों में, एक चाँद ही हमसफर है मेरा दूसरा और कोई नहीं।