वो मिले तो ये पूछना है मुझे अब भी हूँ मै तेरी अमान में क्या? यूँ जो तकता है आसमान को तू कोई रहता है आसमान में क्या? ये मुझे चैन क्यो नहीं पड़ता एक ही शक्स था जहान में क्या? jaun Elia jaun Elia shayari