सूना है,ये आँगन, तेरे बिन, मेरी हर खुशियां है,अधूरी, तेरे बिन, आंखे नम हो जाती है, जब भी तेरी याद आती है, रो लेता हूं,अक्सर, जब तन्हा होता हूँ, भीड़ में भी तन्हा होता हूँ, तेरे बिन, मेरे जीवन की कहानी,अधूरी है, तेरे बिन..... ©Saurabh Verma #missyoumom