White रातों का ढल जाना तय है सूरज का उग जाना तय है एक छोटी सी चिंगारी से मशालों का जल जाना तय है शांत नदी की जल धारा का अविरल यूं बह जाना तय है विश्वासो की माला तय है मुकाम का उजाला तय है असमंजस के इन जालों से सामंजस्य तक जाना तय है कर्म करोगे निष्फल होके तो परिणामों का मिल जाना तय है !!!! ©Anushka Tripathi #हकीकत_ए_जिंदगी #हकीकत