रसिया जोड़ लेते हैं मन के तारों को! प्रेम के शहद से एक करलेते तागों को। मन की गांठे खुलती नहीं चाहे कितनी भी कोशिश कर लीजिए बल्कि और उलझ जाती है......! #एहसास_मेरी_कलम_से #रिश्तोंकीदरारें #गिरह_ #yqdidi