आज फिर से वो अहसास मुझमें घुल से गया अस्पताल की आंधी में इंसानियत का तूफान हो गया न मैं अकेला था न वो अकेले थे लेकिन उस आयसीयू में सब बिखरे हुए थे डाक्टर ब्रदर सिस्टर को रोज का होता होगा फिरभी मुझे उनसे थोडाभी डर नही लगा चिढते चिल्लाते हुए हमने एकदूसरे को संभला दुवाओंकी बारिश में भिगा हमारा मरीज भला सुप्रभात। जैसे इस धरती को आकाश का जल चाहिए वैसे ही हमारे हृदय को करुणा और संवेदना का जल चाहिए। दुआ वो स्रोत है जिससे हृदय में प्रेम का समुद्र लहराने लगता है। #दुआओंकीबारिश #yqdidi #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi