मेरे दोस्त, हम सब इस समय से आजाद हो जाएंगे , न जाने हम कहा पहुंच जाएंगे, न जाने वो कोनसा लम्हा होगा, जब हम सब दोस्त बिछड़ जाएंगे,,,, आयेगी जब याद तुम्हारी, आंखो में नमी छाएगी,,, करेंगे जब इन बीते हुए पलो को याद,, तो होंठो पे मुस्कान आयेगी,,, कुछ पल है मेरी जिंदगी में, तुम्हारे यारो,,, थोड़ा सा डर है तुमसे बिछड़ने का यारो,,,, काश ये समय का पहिया , थोड़ा रुक कर चले,,, फिर वही मस्ती और फिर वही गीत चले,,,,,,, ये स्कूल और कॉलेज के दोस्तो को , कभी भुला ना पाएंगे,, , सच में यारो, शायद तुमसे बिछड़ कर,,, कभी खुश न रह पाएंगे,,,,,,✍️ ______अलकेश चौहान ,,,,✍️, मेरी शायरी,,, मेरी कविता,,,