मिटे वो दिल जो तेरे ग़म को ले के चल न सके, वही चराग़ बुझाए गए जो जल न सके ,, हम इस लिए नई दुनिया के साथ चल न सके ,,, कि जैसे रंग ये बदली है हम बदल न सके. #महोदय #वसीम #बरेलवी #जी. ❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️ #शुBhसंdhya।