नए शहर में पिछले तीन सालों में मैने बहुत कुछ सीखा घर के काम बाहर की जिम्मेदारियां परिवार से मिलना लोगो से बात करना आना जाना मिलना पूजा से लेकर शॉपिंग डिग्री से लेकर नौकरी बहुत कुछ सिखा लेकिन अपने सपनो के घर के लिए आज इस शहर को छोड़ कर जा रही हूं जितनी ख़ुशी जाने की है इतना ही गम दूर होने का हैं ये शहर, ये गलियां ये घर की दीवारे मानो परिवार बन गया हो यूं तो पहले भी कई लोगो से दूर हुई हूं लेकिन कभी इतना दुख कभी नहीं हुआ या शायद कभी कोई इतना प्यारा मिला ही नहीं कभी सोचा नहीं था कि इतना प्यार हो जाएगा कल से ये शामे बहुत आएगी ©Deepa Sikarwar falling apart #Seating