आज भी वो साथ बनकर,साथ ही रहता रहे, इश्क़ कहती हो जिसे इस,रूह में बहता रहे। जो हुआ था जब हुआ था आज जिंदा क्यू कहे, छोड़ आया था वहीं सांसो तिरी पलता रहे। #खालिस_इश्क़