लिखके यूँ ही मैंने,कई पन्नों को मारा हैं जिसपे लिखा मैंने,हाय उसी को हारा हैं हाल हैं जो बेहाल हैं,बस तेरा ख़्याल हैं हूँ तो मैं शायर पर,लोग कहते बेचारा हैं कैसा इंसाफ खुदा करे,मिला के जुदा करे आशिको की आशिक़ी,खुदा को ना ग़वारा हैं तेरे इश्क़ की चादर ओढ़ लूँ,पर 'राज़' तेरा मिज़ाज आशिक़ाना,और फ़ितरत आवारा हैं Rahul Pal bhai...have a look ....thora aur add kardiya kal wale me #YQbaba#YQdidi#Yqbhaijan