White तन्हाई में दिल का हाल कोई समझ ना सका, खुद से बातें कीं, मगर सुकून ना मिला। हर आहट पर जैसे कोई अपना बुला रहा हो, पर सन्नाटा ही जवाब दे, ये मुकद्दर का खेल हुआ। आसमान में तारे भी उदास से लगते हैं, चाँद की रोशनी भी अब बोझ सी लगती है। शायद ये अकेलापन भी एक सबक है, खुद को समझने का, एक मौका अनमोल है। ©AARPANN JAIIN #Sad_Status #SAD #Emotional #Emotional_Shayari अदनासा- KK क्षत्राणी {**श्री राधा,,**}