आँख नम हैं लेकिन कोई गम नहीं हैं मेरी माँ ने शेर बनाया डरने की कोई बात नहीं हैं फौलाद के तरह सीमा पर डटकर करते मुकाबला जो कभी झुका ही नहीं उसे क्या कोई झुकाएगा मातृभूमि की सेवा के लिए बलिदान होना मेरा धर्म और कर्म हैं ना कोई परवाह, ना ही कोई चाह मै मरुँ जहाँ मेरी हो कर्मभूमि की राह बलिदान दिवस पर वीर सपूत को मेरा 🙏सत् सत् नमन 🙏 ©Brajesh Chandra #बलिदान_दिवस Ayushi Singh Anshu writer