इंतज़ार ग़र मुनासिब समझो तो, एक एहसान करना, अपनी कोई शाम, बस एक दफ़ा, मेरे नाम करना ।। कुछ ख़ास तो नही मांगा, तुम्हारे हद्द की बात है, मुझे इंतेज़ार रहेगा, वक़्त और जगह तुम तय करना ।। इत्मिनान रखना, कोई नयी शुरुआत की बात नही है, एक सवाल पे उलझ हूँ, मुझे उससे रिहा करना ।। बिछड़ना तुम्हारा, मैं अपनी क़िस्मत मान चुका हूँ, वो ख़ामोशी से गुज़र जाना, बस, तुम बायां करना ।। ग़र मुनासिब समझो तो, एक एहसान करना, अपनी कोई शाम, बस एक दफ़ा, मेरे नाम करना ।। ©Bhushan Rao...✍️ #Nojototopic #इंतज़ार Amita Tiwari aditi agrawal geet sudha tripathi dhyan mira anushree adhicary internet jocky pragya nema swechha s