काश इश्क हर साल के नए पैगाम जैसा रमजान जैसा न होता उस बार का इत्मीनान, इस बार का महामारी संग्राम जैसा न होता होता कुछ यू इश्क ईद के चाँद जैसा उस बार भी सितारे के साथ इस बार भी चाँद सितारे के साथ मुक्कमल इश्क का काश! इत्मीनान होता वो काश !पहले जैसा ही खास से आम न होता -क्रांति युवा ईद उल फ़ितर की मुबारकबाद 🙏🙏 #AlvidaJumma मुबारक -माह -ए रमजान अलविदा 😍