इन खुली हवाओं मे सांस लेना लग रहा है ऐसे जैसे जिंदगी है कितनी प्यारी वरना पल पल घुट के निकल रहा था मेरा दम थी एक पिंजरे मे कैद कोई पंछी जी रही थी अब तक मै भी वैसी ही जिंदगी #इन हवा मे