Song of the life उगते हुए सूरज को भी खुद पे गुमान था शाम आते आते खुद ही बादलों में छिपना पड़ा और बादल को गुमान था कि मै आसमां में हूं पर न चाहते हुए भी जमीं में आना ही पड़ा #followme #abhishekkachwah