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White #सत्य और अंधविश्वास क्या है सच तुम जान न सक

White #सत्य और अंधविश्वास 
क्या है सच तुम जान न सके 
अंधविश्वास में जो तुम पड़ गए ,
कर्म भी तुम कुछ गलत कर गए ,
कर्महीन हो गए ,
भाग्योदय हो रहा था मगर अंधविश्वास की 
बेड़ियों में बंधकर भाग्य को लेकर सो गए ,
जाना था परीक्षा में ,
काटा जब बिल्ली ने रास्ता तो 
ठिठक गई जिन्दजी और 
परीक्षा की घड़ी में भी फेल हो गए ,...
सच कुछ और था मगर तुम जाने बगैर ही 
अंधविश्वासी हो गए ,
जीवन मे छाया अंधेरा तुम नही जागे हुवा जब सवेरा ,
सच को जाने बगैर तुमने ये रात भी गवाई,
 सत्य कुछ और था , सत्य जाने बगैर तुम अंधविश्वासी हो गए ,...
अब छोड़ो ये अंधविश्वास की डगर 
तय करो सत्य को जानकर हर सफर ,..🙏🏻
Parul yadav

©Parul (kiran)Yadav
  #life_quotes #सत्य और अंधविश्वास 
क्या है सच तुम जान न सके 
अंधविश्वास में जो तुम पड़ गए ,
कर्म भी तुम कुछ गलत कर गए ,
कर्महीन हो गए ,
भाग्योदय हो रहा था मगर अंधविश्वास की 
बेड़ियों में बंधकर भाग्य को लेकर सो गए ,
जाना था परीक्षा में ,
काटा जब बिल्ली ने रास्ता तो 
ठिठक गई जिन्दजी और 
परीक्षा की घड़ी में भी फेल हो गए ,...
सच कुछ और था मगर तुम जाने बगैर ही अंधविश्वासी हो गए ,
जीवन मे छाया अंधेरा तुम नही जागे हुवा जब सवेरा ,
कर लेते सफाई मगर तुमने तो  दूरी बनाई ,
 ,गुरुवार के चलते न कि घर की साफ - सफाई ,..
दिन ढला और जब रात आई 
फूर्तत की घड़ी में हो जाती थी नाखूनों की कटाई,
सच को जाने बगैर तुमने ये रात भी गवाई,
 सत्य कुछ और था , सत्य जाने बगैर तुम अंधविश्वासी हो गए ,...…..
अब छोड़ो ये अंधविश्वास की डगर 
तय करो सत्य को जानकर हर सफर ,..
Parul yadav
#नोजोतो 
#मेरी_कलम_से✍️ 
#मेरीरचनाएं✍️ 
 Ashutosh Mishra Gyanendra Kukku Pandey Alpha_Infinity Anshu writer SIDDHARTH.SHENDE.sid

#life_quotes #सत्य और अंधविश्वास क्या है सच तुम जान न सके अंधविश्वास में जो तुम पड़ गए , कर्म भी तुम कुछ गलत कर गए , कर्महीन हो गए , भाग्योदय हो रहा था मगर अंधविश्वास की बेड़ियों में बंधकर भाग्य को लेकर सो गए , जाना था परीक्षा में , काटा जब बिल्ली ने रास्ता तो ठिठक गई जिन्दजी और परीक्षा की घड़ी में भी फेल हो गए ,... सच कुछ और था मगर तुम जाने बगैर ही अंधविश्वासी हो गए , जीवन मे छाया अंधेरा तुम नही जागे हुवा जब सवेरा , कर लेते सफाई मगर तुमने तो दूरी बनाई , ,गुरुवार के चलते न कि घर की साफ - सफाई ,.. दिन ढला और जब रात आई फूर्तत की घड़ी में हो जाती थी नाखूनों की कटाई, सच को जाने बगैर तुमने ये रात भी गवाई, सत्य कुछ और था , सत्य जाने बगैर तुम अंधविश्वासी हो गए ,...….. अब छोड़ो ये अंधविश्वास की डगर तय करो सत्य को जानकर हर सफर ,.. Parul yadav #नोजोतो मेरी_कलम_से✍️ मेरीरचनाएं✍️ @Ashutosh Mishra @Gyanendra Kukku Pandey @Alpha_Infinity @Anshu writer @SIDDHARTH.SHENDE.sid #मोटिवेशनल

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