प्यार का पहला ख़त हया में लपेट कर भेजा है तुमको श्याम खुद को राधा बतलाया है, हम-नशीं ख्वाब के पुल पर तुझ संग एक नया आशियां बनाया है इत्र में भीगोकर दिल का पहला सलाम भिजवाया है, कलम से रंगीन गुलों की कारीगरी से भी सजाया है मुलाकात करने लिए छोटी सी ख्वाहिश को भी जताया है, रूह को तुम में सरशार कर बज्म-ए-सुखन को नज़र किया है डाकिए को भी तुम तक जल्दी पहुंचाने के लिए रिश्वत का भी सहारा लिया है। नेहा माथुर ♥️ Challenge-989 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।