तेरी जुल्फों के साए में हमारी शाम हो जाय बची जो जिंदगी है बो तुम्हारे नाम हो जाय कदम जब भी बढ़ाऊ मैं तुम्हारे घर की राहो पर बीच राहो पे ही मुझको तुम्हारा साथ मिल जाय