उदासी कहा छुपा रखे थे दिल में दफना के अश्कों के साए को कह देते कभी चुपके से सुन लेती कान लगा कर धीमे से कभी अश्कों को बहा देते चुपके से रुमाल से पोंछ देती तुम्हारे आंसू नही कहते दर्द अपना कभी कह कर दिल हल्का कर क्यू नही लेते भुला देते गमों को किसी कोने में मुस्कुराहट की कुछ रात बिता लिए होते ©Mahiya Mahi #me #L♥️ve #mahiyamahi