जब भी तुमको देखता हूँ, तो ये दिल बार-बार धड़कता है, मैं इस दिल को क्या समझाऊँ क्यूंकि ये दिल बार-बार तेरा खयाल पूछता रहता है। -Prashant singh(poet) #poetry #PRASHANT SINGH (poet)