Nojoto: Largest Storytelling Platform

सोचा चलो कुछ लिखती हूं ,आईने में देखा खुद को बहुत

 सोचा चलो कुछ लिखती हूं ,आईने में देखा खुद को बहुत बार पर सोचा आज चलो खुद पर कुछ लिखती हुं,
उलझी हूं जिन सवालों में चलो आज उनको लिखते हैं,,
जिंदगी है कुछ पल बेरंग से हैं चलो आज उनको रंगती हूं, 
ले कर गुमो का सैलाब मन में ,झूठी मुस्कान नहीं दे पाती,
अगर उतर जाए मन से कोई, 
तो दोबारा उसको दिल में जगा दे नहीं पाती,,
 ज्यादा लोगो की खास नहीं हुं मै क्योंकि, साफ दिल और बेपाक नियत रखती हूं,

©Amita Maurya
  #Wochaand #khuch likhti hu
amitamaurya1482

Amita Maurya

New Creator

#Wochaand #khuch likhti hu

135 Views